जयपुर। राजस्थान में स्वाइन फ्लू का कहर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है और आए दिन किसी न किसी की बली चढ़ती जा रही है। उधर,सरकार का कहना है कि स्वाइन फ्लू के रोकथाम में उनकी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। जांच के इंतजाम और दवाएं माकूल हैं और सर्तकता भी भरपूर बरती जा रही है।
इनकी जांच फ्री में
अस्पताल में भर्ती रोगियों, गर्भवती महिलाओं, 5 साल से छोटे बच्चों, 65 साल से बड़े वरिष्ठजनों एवं बीपीएल परिवारों की नि:शुल्क स्वाईन फ्लू जांच की जा रही है। सभी मेडिकल कॉलेजों में स्वाईन फ्लू रोगियों के लिए आईसोलेशन वार्ड गठित है।
स्कूल की स्क्रीनिंग होगी
प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य दीपक उप्रेती ने कहा कि स्कूली छात्र-छात्राओं में स्वाईन फ्लू पॉजिटिव पाये जाने पर संबंधित विद्यालय के सभी विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग की जाये एवं लक्षण पाये जाने पर नि:शुल्क उपचार किया जाये। उन्होंने स्वाईन फ्लू टीकाकरण की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि स्वाईन फ्लू के बारे में व्यापक जनचेतना जाग्रत कर आमजन तक यह संदेश पहुंचाया जाये कि ''स्वाईन फ्लू से डरें नहीं, उपचार कराये।
जांच 24 घंटे में उपलब्ध
प्रदेश में इन्फ्लूएंजा वाइरस स्वाईन फ्लू की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किये जा रहे हैं। स्वाईन फ्लू की जांच के लिए नमूने एकत्रित करने की समुचित व्यवस्था के साथ ही पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध हैं। स्वाईन फ्लू की जांच की रिपोर्ट 24 घन्टे में ही उपलब्ध करवायी जा रही है एवं पॉजिटिव पाये जाने पर तत्काल आवश्यक उपचार व अन्य कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।
50 घरों का सर्वेक्षण
उप्रेती ने स्वाईन फ्लू पॉजिटिव पाये गये मामलों में परिजनों एवं आस-पास लगभग 50 घरों का सर्वेक्षण कराना एवं सर्वेक्षण में जुकाम, बुखार, खांसी, नाक बहना जैसे लक्षण पाये जाने पर मरीजों की जांच व दवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
यहां कॉल करें
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा ने बताया कि राज्य स्तर व जिला स्तर पर स्वाईन फ्लू नियंत्रण कक्ष लगातार 24 घन्टे कार्यरत है। राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष के दूरभाष 2225624 व 2225000 है। इसके अतिरिक्त टोल फ्री नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श सेवा-104 पर भी स्वाईन फ्लू के बारे में लक्षण, जांच व उपचार आदि के बारे में आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवायी जा रही है।
इनकी जांच फ्री में
अस्पताल में भर्ती रोगियों, गर्भवती महिलाओं, 5 साल से छोटे बच्चों, 65 साल से बड़े वरिष्ठजनों एवं बीपीएल परिवारों की नि:शुल्क स्वाईन फ्लू जांच की जा रही है। सभी मेडिकल कॉलेजों में स्वाईन फ्लू रोगियों के लिए आईसोलेशन वार्ड गठित है।
स्कूल की स्क्रीनिंग होगी
प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य दीपक उप्रेती ने कहा कि स्कूली छात्र-छात्राओं में स्वाईन फ्लू पॉजिटिव पाये जाने पर संबंधित विद्यालय के सभी विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग की जाये एवं लक्षण पाये जाने पर नि:शुल्क उपचार किया जाये। उन्होंने स्वाईन फ्लू टीकाकरण की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि स्वाईन फ्लू के बारे में व्यापक जनचेतना जाग्रत कर आमजन तक यह संदेश पहुंचाया जाये कि ''स्वाईन फ्लू से डरें नहीं, उपचार कराये।
जांच 24 घंटे में उपलब्ध
प्रदेश में इन्फ्लूएंजा वाइरस स्वाईन फ्लू की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किये जा रहे हैं। स्वाईन फ्लू की जांच के लिए नमूने एकत्रित करने की समुचित व्यवस्था के साथ ही पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध हैं। स्वाईन फ्लू की जांच की रिपोर्ट 24 घन्टे में ही उपलब्ध करवायी जा रही है एवं पॉजिटिव पाये जाने पर तत्काल आवश्यक उपचार व अन्य कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।
50 घरों का सर्वेक्षण
उप्रेती ने स्वाईन फ्लू पॉजिटिव पाये गये मामलों में परिजनों एवं आस-पास लगभग 50 घरों का सर्वेक्षण कराना एवं सर्वेक्षण में जुकाम, बुखार, खांसी, नाक बहना जैसे लक्षण पाये जाने पर मरीजों की जांच व दवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
यहां कॉल करें
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा ने बताया कि राज्य स्तर व जिला स्तर पर स्वाईन फ्लू नियंत्रण कक्ष लगातार 24 घन्टे कार्यरत है। राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष के दूरभाष 2225624 व 2225000 है। इसके अतिरिक्त टोल फ्री नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श सेवा-104 पर भी स्वाईन फ्लू के बारे में लक्षण, जांच व उपचार आदि के बारे में आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवायी जा रही है।