वल्र्ड ट्रेड पार्क में हादसा,आधा दर्जन घायल

जयपुर। राजधानी की सबसे आधुनिक कहे जाने वाली बिल्डिंग वल्र्ड ट्रेड पार्क(डब्लूटीपी) बुधवार की शाम मामुली बारिश में तीन परिवारों के लिए हादसे का सबब बन गई। तीनों परिवार बच्चों के साथ यहां घूमने आए हुए थे तभी बिल्डिंग पर लगे शीशे टूटकर गिरने लगे। ऊंचाई से गिरने वाले शीशों की चपेट में आने से तीनों परिवारों के आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए। इनमें से एक 11 वर्षीय लड़की के हाथ में गंभीर चोट आई,जिसे वहां से तुरंत अस्पताल ले जाया गया। 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मौके पर मौजूद लोगों की भीड़ को देखते हुए हादसा और भी बड़ा हो सकता था,लेकिन बारिश की वजह से लोग वहां अधिक देर नहीं रूके और बिल्डिंग के भीतर चले गए। इस दौरान सिविल लाइन्स निवासी तिवारी परिवार और टोंक रोड स्थित मिलाप नगर निवासी रहने वाले शर्मा परिवार के करीब डेढ दर्जन सदस्य वहां से गूजरे और हादसे का शिकार हो गए। 


पत्रिका डॉक्ट कॉम की टीम मौके पर पहुंची तो सिविल लाइन्स निवासी भरत तिवारी ने बताया था कि वे अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ यहां शॉपिंग करने आए थे तभी हादसा हो गया। भरत की बेटी श्रुति(11) के हाथ में शीशे के टुकड़े घुस गए,जबकि खुद भरत भी चोटिल हो गए। उधर,अन्य परिवार के लक्ष्मण कुमार और उनके बच्चे आर्यन(8) और लक्षिता(13) भी हादसे का शिकार हुए। 

हंगामे के बाद मांगी माफी

दूसरी और तीसरे मंजिल से गिरे शीशों के चपेट में आने के बाद वहां मौजूद लोगों में अफरतफरी मच गई। बच्चे रोने-चिल्लाने लगे और उनके परिजन घबरा गए। मौके पर डब्लूटीपी प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर वहां हंगाम खड़ा हो गया। बाद में डब्लूटीपी की मैनेजमेंट टीम के माफी मांगने पर मामला शांत हो गया। 


प्रबंधक ओर पुलिस देखते रहे,नहीं मिली सहायता

मौके पर पहुंचे डब्लूटीपी के प्रबंधकीय लोगों ने घटना को लेकर माफी तो मांगी लेकिन बच्चों के उपचार और उन्हें अस्पताल पहुंचाने की तत्परता नहीं दिखाई। घायल बच्चों को परिजन खुद अस्पताल के लिए लेकर दौड़ और उपचार करवाया। डब्लूटीपी के कोने पर ही स्थित पुलिस चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मियों की ओर से भी कोई सहायता नहीं मिली। 

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

और नया पुराने