जयपुर एयरपोर्ट पर एटीएस ऑटोमेशन सिस्टम से उड़ानों की लाइव मॉनिटरिंग

जयपुर। सांगानेर एयरपोर्ट पर मंगलवार से एटीएस ऑटोमेशन सिस्टम की शुरूआत के साथ ही उड़ानों की लाइव मॉनिटरिंग का रास्ता खुल गया। 

नई तकनीक के बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) पर न सिर्फ देशभर में उड़ान भर रहे विमानों को 450 किलोमीटर के दायरे में स्क्रीन पर देखा जा सकेगा, बल्कि ऑनलाइन मॉनिटरिंग और विमानों के बीच कम दूरी के चलते यात्री पांच से सात मिनट पहले एयरपोर्ट पर उतरेंगे। विमानों की हर पल की जानकारी ऑनलाइन रहने से यात्रा और भी सुरक्षित होगी। 

क्या है एटीएस ऑटोमेशन सिस्टम 
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की एयर स्पेस आधुनिकीकरण परियोजना के तहत जयपुर समेत देशभर के 38 हवाई अड्डों को एटीएस ऑटोमेशन सिस्टम से जोड़ा जा रहा है। जयपुर में सिस्टम का ट्रायल पहले से चल रहा था, जिसकी मंगलवार को विधिवत शुरूआत हुई। यह तकनीकी ऑटोमेटिक फ्लाइट डिस्प्ले, डाटा डिस्प्ले, कंट्रोल और मॉनिटरिंग डिस्प्ले के अलावा आधुनिक सॉफ्टवेयर सर्वर से जुड़ी हुई है। अब मानवीय त्रुटि की संभावना नगण्य होगी। 

केट-2 लाइट सिस्टम भी लगेगा
एटीएस ऑटोमेशन सिस्टम का शुभारम्भ करने आए केन्द्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष वी.पी.अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में विकसित करने के उद्देश्य जयपुर एयरपोर्ट पर केट-2 लाइट सिस्टम लगाया जाएगा। इसके बाद खराब मौसम में भी विमानों को जयपुर में आसानी से उतारा जा सकेगा। 

कनेक्टिविटी पर सरकार करे प्रयास
प्रमुख देशों से सीधी कनेक्टिविटी को लेकर पूछे गए सवाल पर अग्रवाल ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार को प्रयास करने चाहिए। सरकार अगर टैक्स में छूट दें या फिर फ्यूल दरों में कमी करें तो ये संभव हो सकता है। उन्होंने कोटा एयरपोर्ट के विस्तार में दिक्कतें बताई और कहा की इसके लिए दूसरी जगह तलाशने पर विचार किया जा सकता है। 

बीकानेर-जैसलमेर से अक्टूबर में शुरू होंगी उड़ानें
केन्द्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण जैसलमेर और बीकानेर में तैयार हो रहे हवाईअड्डों से अक्टूबर तक विमानों की उड़ान शुरू कर देगा। अजमेर के किशनगढ़ में प्रस्तावित एयरपोर्ट का काम जल्द ही शुरू होगा, वहीं सवाईमाधोपुर को भी हवाई सेवा से जोड़ने की संभावना तलाशी जा रही है। साथ ही अन्तरराष्ट्रीय श्रेणी के जयपुर एयरपोर्ट को भी यात्रियों की सुविधा के हिसाब से विस्तार दिया जाएगा, जिसके लिए जल्द की काम शुरू होगा। 

संभावनाओं पर विचार
केन्द्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष वी.पी. अग्रवाल व अन्य अधिकारियों के साथ मुख्य सचिव सी.के. मैथ्यू की बैठक भी हुई। मैथ्यू ने राज्य में मौजूदा हवाई अड्डों के विकास, अंतरराष्ट्रीय उडानों की संख्या बढ़ाने, जोधपुर-उदयपुर को भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से जोड़ने, नए विकसित होते पर्यटन स्थलों को कनेक्टिविटी देने, हवाई अड्डों के विस्तार के लिए जमीन अधिग्रहण, केन्द्रीय प्राधिकरण को अपेक्षाकृत अधिक सुविधाएं देने आदि के बारे में राज्य सरकार के स्तर पर बेहतर प्रयास करने का आश्वासन भी दिया। 

हवाई पटि्टयों की सुधरेगी दशा 
प्रदेशभर की हवाई पटि्टयों की दुर्दशा और सुरक्षा को लेकर अग्रवाल ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ये काफी पुरानी हो गई हैं। पर्यटन क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हुए इन हवाई पटि्टयों को फिर से विकसित किया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण अपनी टीमों से अध्ययन कराएगा। 

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