मुंबई। सचिन तेंदुलकर के 200वें टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट पर 157 रन बनाए हैं। अपने करियर का आखिरी मैच खेल रहे सचिन पहले दिन का मैच समाप्त होने तक 38 रन बनाकर नाबाद लौट। तेंदुलकर के साथ चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 34) ने अब तक तीसरे विकेट के लिए नाबाद 80 रनों की साझेदारी कर ली है।
सचिन के नाबाद लौटने के बाद अब उनके प्रशंसकों को उनसे दूसरे दिन भी काफी उम्मीदें रहेंगी। सचिन के पूरी दुनिया में फैले प्रशंसक विदाई टेस्ट में उनसे शतक की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
इससे पहले सलामी बल्लेबाज मुरली विजय 43 और शिखर धवन 33 रन बनाकर आउट हुए थे। वेस्टइंडीज की ओर से गेंदबाजी करते हुए शेन शिलिंगफोर्ड ने दो विकेट लिए।
विदाई श्रृंखला के पहले टेस्ट में हालांकि सचिन 10 रन ही बना सके थे। कोलकाता में हुए मैच में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को पारी और 51 रनों से हराया था, जिसके कारण सचिन को दूसरी पारी में खेलने का मौका ही नहीं मिला।
अब इस मैच में दूसरे दिन सभी चाहेंगे कि सचिन विदाई टेस्ट में 16 हजार रनों के कीर्तिमान को भी छुएं। सचिन 16 हजार रन के कीर्तिस्तंभ से सिर्फ 115 रन दूर रह गए हैं।
इससे पहले टॉस जीतकर भारत ने पहले गेंदबाजी करते हुए रविचंद्रन अश्विन (45 रन पर तीन विकेट) और प्रज्ञान ओझा (40 रन पर पांच विकेट) की घातक गेंदबाजी की बदौलत वेस्टइंडीज को पहली पारी में मात्र 182 रनों पर लुढका दिया था।
कोलकाता के ईडन गार्डन में मात्र तीन दिन में मैच समाप्त करने वाली भारतीय टीम ने मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में भी पूरी तरह हुए "सचिनमय" माहौल के बीच बेहतरीन गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण का परिचय देते हुए वेस्टइंडीज को 55.2 ओवरों में 182 रनों के मामूली स्कोर पर ढेर कर दिया।
इससे पहले भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सचिन की तस्वीर वाले खास सिक्के से टॉस किया और टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय किया जो सही साबित हुआ। हालांकि धोनी के इस निर्णय के बाद भारतीय प्रसंशक थोड़े निराश जरूर हुए थे।
वेस्टइंडीज के तूफानी बल्लेबाज क्रिस गेल इस बार भी फ्लाप साबित हुए और मात्र 11 रन बनाकर चलते बने। टीम की ओर से दूसरे नंबर के बल्लेबाज किरन पॉवेल ने सर्वाधिक 48 रनों की पारी खेली। क्रिकेट इतिहास में पहली बार जर्सी पर बदलाव कर सचिन रमेश तेंदुलकर 200 टेस्ट का नाम लिखे जर्सी पहने खिलाडियों और खासतौर पर गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया।
वेस्टइंडीज की पहली पारी को सस्ते में समेटने के लिए अहम भूमिका निभाने वाले ओझा पांच विकेट लेकर सबसे सफल रहे। ओझा ने 11.2 ओवरों में 40 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए।
लंच तक वेस्टइंडीज ने दो विकेट के नुकसान पर 93 रन बनाए थे। लंच के बाद वेस्टइंडीज की टीम लगातार लग रहे झटकों से उबर नहीं पाई और 182 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई।
टीमें
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, मुरली विजय, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, आर. अश्विन, प्रज्ञान ओझा, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी।
वेस्टइंडीज: डेरेन सैमी (कप्तान), टीना बेस्ट, डेरेन ब्रावो, शिवनारायण चंद्रपॉल, नरसिंह देवनारायण, क्रिस गेल, कीरन पॉवेल, दिनेश रामदीन, मर्लोन सैमुअल्स, शेन शिलिंगफोर्ड और शेनन गैब्रियल।
सचिन के नाबाद लौटने के बाद अब उनके प्रशंसकों को उनसे दूसरे दिन भी काफी उम्मीदें रहेंगी। सचिन के पूरी दुनिया में फैले प्रशंसक विदाई टेस्ट में उनसे शतक की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
इससे पहले सलामी बल्लेबाज मुरली विजय 43 और शिखर धवन 33 रन बनाकर आउट हुए थे। वेस्टइंडीज की ओर से गेंदबाजी करते हुए शेन शिलिंगफोर्ड ने दो विकेट लिए।
विदाई श्रृंखला के पहले टेस्ट में हालांकि सचिन 10 रन ही बना सके थे। कोलकाता में हुए मैच में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को पारी और 51 रनों से हराया था, जिसके कारण सचिन को दूसरी पारी में खेलने का मौका ही नहीं मिला।
अब इस मैच में दूसरे दिन सभी चाहेंगे कि सचिन विदाई टेस्ट में 16 हजार रनों के कीर्तिमान को भी छुएं। सचिन 16 हजार रन के कीर्तिस्तंभ से सिर्फ 115 रन दूर रह गए हैं।
इससे पहले टॉस जीतकर भारत ने पहले गेंदबाजी करते हुए रविचंद्रन अश्विन (45 रन पर तीन विकेट) और प्रज्ञान ओझा (40 रन पर पांच विकेट) की घातक गेंदबाजी की बदौलत वेस्टइंडीज को पहली पारी में मात्र 182 रनों पर लुढका दिया था।
कोलकाता के ईडन गार्डन में मात्र तीन दिन में मैच समाप्त करने वाली भारतीय टीम ने मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में भी पूरी तरह हुए "सचिनमय" माहौल के बीच बेहतरीन गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण का परिचय देते हुए वेस्टइंडीज को 55.2 ओवरों में 182 रनों के मामूली स्कोर पर ढेर कर दिया।
इससे पहले भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सचिन की तस्वीर वाले खास सिक्के से टॉस किया और टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय किया जो सही साबित हुआ। हालांकि धोनी के इस निर्णय के बाद भारतीय प्रसंशक थोड़े निराश जरूर हुए थे।
वेस्टइंडीज के तूफानी बल्लेबाज क्रिस गेल इस बार भी फ्लाप साबित हुए और मात्र 11 रन बनाकर चलते बने। टीम की ओर से दूसरे नंबर के बल्लेबाज किरन पॉवेल ने सर्वाधिक 48 रनों की पारी खेली। क्रिकेट इतिहास में पहली बार जर्सी पर बदलाव कर सचिन रमेश तेंदुलकर 200 टेस्ट का नाम लिखे जर्सी पहने खिलाडियों और खासतौर पर गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया।
वेस्टइंडीज की पहली पारी को सस्ते में समेटने के लिए अहम भूमिका निभाने वाले ओझा पांच विकेट लेकर सबसे सफल रहे। ओझा ने 11.2 ओवरों में 40 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए।
लंच तक वेस्टइंडीज ने दो विकेट के नुकसान पर 93 रन बनाए थे। लंच के बाद वेस्टइंडीज की टीम लगातार लग रहे झटकों से उबर नहीं पाई और 182 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई।
टीमें
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, मुरली विजय, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, आर. अश्विन, प्रज्ञान ओझा, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी।
वेस्टइंडीज: डेरेन सैमी (कप्तान), टीना बेस्ट, डेरेन ब्रावो, शिवनारायण चंद्रपॉल, नरसिंह देवनारायण, क्रिस गेल, कीरन पॉवेल, दिनेश रामदीन, मर्लोन सैमुअल्स, शेन शिलिंगफोर्ड और शेनन गैब्रियल।