भुला दिए जाएंगे क्रिकेट के भगवान सचिन?

कराची। क्या क्रिकेट के भगवान मास्टर ब्लास्टर सचिन को रिटारमेंट के बाद भुला दिया जाएगा? भारत में तो शायद ऎसा ना हो, पर पूर्व पाकिस्तानी टेस्ट कप्तान जावेद मियांदाद की माने तो 200वें टेस्ट के बाद रिटायर होने जा रहे सचिन तेंदुलकर को भविष्य में क्रिकेटप्रेमी याद नहीं रखेंगे। मियांदाद का कहना है कि भारतीय क्रिकेट में इस समय कई प्रतिभाशाली खिलाडियों की मौजूदगी ही इसका कारण बनेगी।

मियांदाद ने कहा कि क्रिकेट प्रशंसकों की यह प्रवृति होती है कियदि कोई खिलाड़ी लंबे समय तक अपना अंतरराष्ट्रीय करियर चलाता है तो उसकी रिटायरमेंट के बाद उसे आसानी से क्रिकेटप्रेमी भुला देते हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में दूसरे और सीरीज के अंतिम टेस्ट के बाद रिटायरमेंट लेने जा रहे सचिन के निर्णय को गलत ठहराते हुए पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने कहा कि सचिन को पहले ही रिटायरमेंट ले लेनी चाहिए थी।

पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा कि सचिन ने अपना अंतरराष्ट्रीय क्रि केट इतना लंबे समय तक जारी रखने का प्रयास करके गलत किया है और अब उसका अंत भी ठीक नहीं हो रहा है। मियांदाद ने भी कई पूर्व क्रिकेटरों के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि सचिन ने इस समय रिटायरमेंट का निर्णय कर गलती की है जबकि मुझे लगता है कि उन्हें पहले ही रिटायरमेंट ले लेनी चाहिए थी। सचिन उस समय रिटायरमेंट ले रहे हैं जब भारतीय टीम में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी आ चुके हैं जो आने वाले चैंपियन हैं और लोगों के लिए आदर्श हैं।

मियांदाद ने साथ ही कहा कि भारत बहुत भाग्यशाली है कि उसके पास मौजूदा समय में दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों की फौज है। टीम में बेहतरीन युवा खिलाड़ी हैं और मुझे नहीं लगता है कि इन सबके होते हुए सचिन को रिटायरमेंट के बाद भी उतना ही याद किया जाएगा। एक समय मैंने भी अधिक समय तक अपना अंतरराष्ट्रीय करियर जारी रखने का फैसला किया था। लेकिन फिर जब मैं रिटायर हुआ तो लोगों ने मुझे याद नहीं किया। मेरा मानना है कि सचिन के साथ भी ऎसा ही होगा।

मुझे लगता है कि सचिन को 2011 विश्वकप के बाद ही रिटायर हो जाना चाहिए था। वह उनके लिए सही मायनों में विदाई होती। हालांकि पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने साथ ही माना कि सचिन को उनकी विदाई के लिए जो सम्मान मिल रहा है वह उसके हकदार हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सचिन इस सम्मान के हकदार हैं और उन्होंने भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है। वह आज के युग के महान बल्लेबाज के तौर पर जरूर याद रखे जाएंगे। पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने कराची में सचिन की 1989 में टेस्ट पदार्पण को याद करते हुए कहा कि सचिन ने उस दौरान अपनी प्रतिभा से सभी को चकित किया था। सचिन ने उस मैच में सभी को काफी प्रभावित किया था। उनमें जो प्रतिभा थी उसको उन्होंने साबित किया।

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