मुंबई। अपनी विदाई टेस्ट मैच खेल रहे मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने शानदार 74 रनों की पारी खेलते हुए शानदार प्रदर्शन ज़ारी रखा।सचिन या फिर यह साबित कर दिया है कि वह करियर में अब तक चैम्पियन थे, चैम्पियन बने रहे और एक चैम्पियन की ही तरह मैदान से विदा हो रहे हैं।
पहली पारी में 313 रनों से पिछड़ चुकी कैरेबियाई टीम ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक अपनी दूसरी पारी में 12.2 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर 43 रन बनाए हैं। क्रीज पर क्रिस गेल 6 रन बनाकर नाबाद बने हुए हैं। इससे पहले टीना बेस्ट 9 रन के स्कोर पर प्रज्ञान ओझा के, डेरेन ब्रावो 11 के स्कोर पर और किरन पॉवेल सिर्फ 9 रन के स्कोर पर आर. अश्विन के शिकार हुए थे।
इससे पहले चेतेश्वर पुजारा (113) और रोहित शर्मा (111 नाबाद) की शानदार शतकीय पारी की बदौलत भारतीय टीम ने वानखेड़े स्टेडियम पर वेस्टइंडीज के साथ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपनी पहली पारी में 495 रन बनाए थे। पहली पारी में भारत ने 313 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी। वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 182 रन बनाए थे।
अपने अंतिम मैच में 40 वर्ष की उम्र में भी पूरे जोश के साथ सचिन ने तीसरे विकेट के लिए चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर 144 रनों की मजबूत साझेदारी निभाई। कमेंट्री बाक्स में बैठे कमेंटेटरों ने भी माना कि सचिन के इस आखिरी मैच में उनकी हर गेंद इतिहास के पन्नों में लिखी जाएगी और हर खिलाड़ी खुद को भाग्यशाली मान रहा होगा जिसे उनके साथ इस मैच में खेलने का मौका मिला होगा।
सचिन का विकेट 221 रनों के कुल योग पर गिरा। सचिन ने 151 मिनट तक विकेट पर रहते हुए 118 गेंदों पर 12 चौके लगाए। यह उनके करियर का 68वां और वानखेड़े स्टेडियम में नौवां अर्धशतक है। आउट होने के बाद जब सचिन पवेलियन की ओर लौट रहे थे तो दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिनंदन किया।
सचिन को कैरेबियाई गेंदबाज नरसिंह देवनारायण ने आउट किया। सचिन के आउट होते ही शतक की उम्मीद लगाए बैठे उनके प्रशंसक निराश हो गए।
तेंदुलकर के बाद बल्लेबाजी करने उतरे विराट कोहली (57) के साथ भी पुजारा ने चौथे विकेट के लिए 94 रन जोड़े। कोहली अर्धशतक बनाने के बाद शेन शिलिंगफोर्ड की गेंद पर सैमी के हाथों कैच आउट हुए। कोहली ने अपनी 78 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए।
क्रिकेट इतिहास में पहली बार जर्सी पर बदलाव कर सचिन रमेश तेंदुलकर 200 टेस्ट का नाम लिखे जर्सी पहने खिलाडियों ने कमाल का प्रदर्शन किया है। पहले गेंदबाजों ने कमाल करते हुए कैरेबियाई बल्लेबाजों को सस्तें समेट दिया और फिर बल्लेबाजों शानदार बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 300 की बढ़त हासिल कर ली।
भारत की ओर से विराट कोहली 57, मुरली विजय ने 43, शिखर धवन ने 33, आर. अश्विन ने 30, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 4, भुवनेश्वर कुमार 4 और मोहम्मद शमी ने 11 रनों की पारी खेली। जबकि प्रज्ञान ओझा बिना खाता खोले रन आउट हो गए थे।
वेस्टइंडीज की ओर से गेंदबाजी करते हुए शेन शिलिंगफोर्ड ने पांच, नरसिंह देवनारायण ने दो विकेट, शेनन गैब्रियल और टीना बेस्ट ने एक-एक विकेट लिए।
पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने सचिन (नाबाद 38) और पुजारा (नाबाद 34) की शानदार 80 रनों की साझेदारी की बदौलत 157 रन बनाए थे।
इससे पहले टॉस जीतकर भारत ने पहले गेंदबाजी करते हुए रविचंद्रन अश्विन (45 रन पर तीन विकेट) और प्रज्ञान ओझा (40 रन पर पांच विकेट) की घातक गेंदबाजी की बदौलत वेस्टइंडीज को पहली पारी में मात्र 182 रनों पर लुढका दिया था।
कोलकाता के ईडन गार्डन में मात्र तीन दिन में मैच समाप्त करने वाली भारतीय टीम ने मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में भी पूरी तरह हुए "सचिनमय" माहौल के बीच बेहतरीन गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण का परिचय देते हुए वेस्टइंडीज को 55.2 ओवरों में 182 रनों के मामूली स्कोर पर ढेर कर दिया था।
इससे पहले भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सचिन की तस्वीर वाले खास सिक्के से टॉस किया और टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय किया जो सही साबित हुआ। हालांकि धोनी के इस निर्णय के बाद भारतीय प्रसंशक थोड़े निराश जरूर हुए थे। लेकिन सचिन के प्रसंशकों को ज्यादा देर निराश नहीं होना पड़ा और उनको पहले दिन की सचिन की बैटिंग देखने को मिली।
वेस्टइंडीज के तूफानी बल्लेबाज क्रिस गेल इस बार भी फ्लाप साबित हुए और मात्र 11 रन बनाकर चलते बने। टीम की ओर से दूसरे नंबर के बल्लेबाज किरन पॉवेल ने सर्वाधिक 48 रनों की पारी खेली।
वेस्टइंडीज की पहली पारी को सस्ते में समेटने के लिए अहम भूमिका निभाने वाले ओझा पांच विकेट लेकर सबसे सफल रहे। ओझा ने 11.2 ओवरों में 40 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए।
पहले दिन के खेल में लंच तक वेस्टइंडीज ने दो विकेट के नुकसान पर 93 रन बनाए थे। लंच के बाद वेस्टइंडीज की टीम लगातार लग रहे झटकों से उबर नहीं पाई और 182 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई।
टीमें
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, मुरली विजय, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, आर. अश्विन, प्रज्ञान ओझा, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी।
वेस्टइंडीज: डेरेन सैमी (कप्तान), टीना बेस्ट, डेरेन ब्रावो, शिवनारायण चंद्रपॉल, नरसिंह देवनारायण, क्रिस गेल, कीरन पॉवेल, दिनेश रामदीन, मर्लोन सैमुअल्स, शेन शिलिंगफोर्ड और शेनन गैब्रियल।
पहली पारी में 313 रनों से पिछड़ चुकी कैरेबियाई टीम ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक अपनी दूसरी पारी में 12.2 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर 43 रन बनाए हैं। क्रीज पर क्रिस गेल 6 रन बनाकर नाबाद बने हुए हैं। इससे पहले टीना बेस्ट 9 रन के स्कोर पर प्रज्ञान ओझा के, डेरेन ब्रावो 11 के स्कोर पर और किरन पॉवेल सिर्फ 9 रन के स्कोर पर आर. अश्विन के शिकार हुए थे।
इससे पहले चेतेश्वर पुजारा (113) और रोहित शर्मा (111 नाबाद) की शानदार शतकीय पारी की बदौलत भारतीय टीम ने वानखेड़े स्टेडियम पर वेस्टइंडीज के साथ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपनी पहली पारी में 495 रन बनाए थे। पहली पारी में भारत ने 313 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी। वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 182 रन बनाए थे।
अपने अंतिम मैच में 40 वर्ष की उम्र में भी पूरे जोश के साथ सचिन ने तीसरे विकेट के लिए चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर 144 रनों की मजबूत साझेदारी निभाई। कमेंट्री बाक्स में बैठे कमेंटेटरों ने भी माना कि सचिन के इस आखिरी मैच में उनकी हर गेंद इतिहास के पन्नों में लिखी जाएगी और हर खिलाड़ी खुद को भाग्यशाली मान रहा होगा जिसे उनके साथ इस मैच में खेलने का मौका मिला होगा।
सचिन का विकेट 221 रनों के कुल योग पर गिरा। सचिन ने 151 मिनट तक विकेट पर रहते हुए 118 गेंदों पर 12 चौके लगाए। यह उनके करियर का 68वां और वानखेड़े स्टेडियम में नौवां अर्धशतक है। आउट होने के बाद जब सचिन पवेलियन की ओर लौट रहे थे तो दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिनंदन किया।
सचिन को कैरेबियाई गेंदबाज नरसिंह देवनारायण ने आउट किया। सचिन के आउट होते ही शतक की उम्मीद लगाए बैठे उनके प्रशंसक निराश हो गए।
तेंदुलकर के बाद बल्लेबाजी करने उतरे विराट कोहली (57) के साथ भी पुजारा ने चौथे विकेट के लिए 94 रन जोड़े। कोहली अर्धशतक बनाने के बाद शेन शिलिंगफोर्ड की गेंद पर सैमी के हाथों कैच आउट हुए। कोहली ने अपनी 78 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए।
क्रिकेट इतिहास में पहली बार जर्सी पर बदलाव कर सचिन रमेश तेंदुलकर 200 टेस्ट का नाम लिखे जर्सी पहने खिलाडियों ने कमाल का प्रदर्शन किया है। पहले गेंदबाजों ने कमाल करते हुए कैरेबियाई बल्लेबाजों को सस्तें समेट दिया और फिर बल्लेबाजों शानदार बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 300 की बढ़त हासिल कर ली।
भारत की ओर से विराट कोहली 57, मुरली विजय ने 43, शिखर धवन ने 33, आर. अश्विन ने 30, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 4, भुवनेश्वर कुमार 4 और मोहम्मद शमी ने 11 रनों की पारी खेली। जबकि प्रज्ञान ओझा बिना खाता खोले रन आउट हो गए थे।
वेस्टइंडीज की ओर से गेंदबाजी करते हुए शेन शिलिंगफोर्ड ने पांच, नरसिंह देवनारायण ने दो विकेट, शेनन गैब्रियल और टीना बेस्ट ने एक-एक विकेट लिए।
पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने सचिन (नाबाद 38) और पुजारा (नाबाद 34) की शानदार 80 रनों की साझेदारी की बदौलत 157 रन बनाए थे।
इससे पहले टॉस जीतकर भारत ने पहले गेंदबाजी करते हुए रविचंद्रन अश्विन (45 रन पर तीन विकेट) और प्रज्ञान ओझा (40 रन पर पांच विकेट) की घातक गेंदबाजी की बदौलत वेस्टइंडीज को पहली पारी में मात्र 182 रनों पर लुढका दिया था।
कोलकाता के ईडन गार्डन में मात्र तीन दिन में मैच समाप्त करने वाली भारतीय टीम ने मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में भी पूरी तरह हुए "सचिनमय" माहौल के बीच बेहतरीन गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण का परिचय देते हुए वेस्टइंडीज को 55.2 ओवरों में 182 रनों के मामूली स्कोर पर ढेर कर दिया था।
इससे पहले भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सचिन की तस्वीर वाले खास सिक्के से टॉस किया और टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय किया जो सही साबित हुआ। हालांकि धोनी के इस निर्णय के बाद भारतीय प्रसंशक थोड़े निराश जरूर हुए थे। लेकिन सचिन के प्रसंशकों को ज्यादा देर निराश नहीं होना पड़ा और उनको पहले दिन की सचिन की बैटिंग देखने को मिली।
वेस्टइंडीज के तूफानी बल्लेबाज क्रिस गेल इस बार भी फ्लाप साबित हुए और मात्र 11 रन बनाकर चलते बने। टीम की ओर से दूसरे नंबर के बल्लेबाज किरन पॉवेल ने सर्वाधिक 48 रनों की पारी खेली।
वेस्टइंडीज की पहली पारी को सस्ते में समेटने के लिए अहम भूमिका निभाने वाले ओझा पांच विकेट लेकर सबसे सफल रहे। ओझा ने 11.2 ओवरों में 40 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए।
पहले दिन के खेल में लंच तक वेस्टइंडीज ने दो विकेट के नुकसान पर 93 रन बनाए थे। लंच के बाद वेस्टइंडीज की टीम लगातार लग रहे झटकों से उबर नहीं पाई और 182 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई।
टीमें
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, मुरली विजय, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, आर. अश्विन, प्रज्ञान ओझा, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी।
वेस्टइंडीज: डेरेन सैमी (कप्तान), टीना बेस्ट, डेरेन ब्रावो, शिवनारायण चंद्रपॉल, नरसिंह देवनारायण, क्रिस गेल, कीरन पॉवेल, दिनेश रामदीन, मर्लोन सैमुअल्स, शेन शिलिंगफोर्ड और शेनन गैब्रियल।