पणजी। महिला पत्रकार से होटल की लिफ्ट में दुराचार करने के आरोपी तहलका मैगजीन के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल का सोमवार दोपहर पोटेंसी टेस्ट कराया गया। यह टेस्ट वतर्मान कानून के तहत यौन उत्पीडऩ से जुड़े मामले में अनिवार्य है,इसके जरिए आरोपी के सेक्स करने की क्षमता का पता लगाया जाता है। इसमें पुरुषत्व में फिट पाए जाने वाले आरोपी को सेक्स के काबिल माना जाता है और इसे जांच के मापदंडों पर आंका जाता है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को ही तेजपाल की अग्रिम जमानत जिला एवं सेशंस कोर्ट में खारिज होने के बाद गिरफ्तारी हुई थी। पीडि़ता के आरोप लगाने के करीब 10 दिन बाद यह गिरफ्तारी हो सकी थी।
फिलहाल तेजपाल गोवा पुलिस के छह दिनों की रिमांड पर हैं। रविवार की रात तेजपाल को जेल में कत्ल के आरोपियों के साथ रखा गया।
क्यों ? और कैसे ? होता है मर्दानगी टेस्ट
यौन शोषण के केस में पोटेंसी टेस्ट यानी पुरुषत्व परीक्षण कराया जाता है। यह टेस्ट इसलिए कराया जाता है क्यों कि कई मामलों में आरोपी शारीरिक क्षमता का हवाला देते हुए कहते है कि उसमें सेक्स करने की ताकत ही नहीं है तो भला वो यौन शोषण कैसे कर सकते हैं। यह टेस्ट ऐसे किया जाता है... चिकित्सा जांच के जरिए आरोपी की सेक्स क्षमता का पता किया जाता है। यह टेस्ट 10 से 15 मिनट में आसानी से उस व्यक्ति शारीरिक संबंध बनाने की क्षमता के बारे में बता देता है। वहीं, इससे पहले पोटेंसी टेस्ट होता था, उसमें रात भर का समय लगता था। हालांकि पोटेंसी टेस्ट के लिए उम्र कोई मायने नहीं रखती है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को ही तेजपाल की अग्रिम जमानत जिला एवं सेशंस कोर्ट में खारिज होने के बाद गिरफ्तारी हुई थी। पीडि़ता के आरोप लगाने के करीब 10 दिन बाद यह गिरफ्तारी हो सकी थी।
फिलहाल तेजपाल गोवा पुलिस के छह दिनों की रिमांड पर हैं। रविवार की रात तेजपाल को जेल में कत्ल के आरोपियों के साथ रखा गया।
क्यों ? और कैसे ? होता है मर्दानगी टेस्ट
यौन शोषण के केस में पोटेंसी टेस्ट यानी पुरुषत्व परीक्षण कराया जाता है। यह टेस्ट इसलिए कराया जाता है क्यों कि कई मामलों में आरोपी शारीरिक क्षमता का हवाला देते हुए कहते है कि उसमें सेक्स करने की ताकत ही नहीं है तो भला वो यौन शोषण कैसे कर सकते हैं। यह टेस्ट ऐसे किया जाता है... चिकित्सा जांच के जरिए आरोपी की सेक्स क्षमता का पता किया जाता है। यह टेस्ट 10 से 15 मिनट में आसानी से उस व्यक्ति शारीरिक संबंध बनाने की क्षमता के बारे में बता देता है। वहीं, इससे पहले पोटेंसी टेस्ट होता था, उसमें रात भर का समय लगता था। हालांकि पोटेंसी टेस्ट के लिए उम्र कोई मायने नहीं रखती है।