जयपुर। जयपुर पुलिस की वायरलैस शाखा के हैड कांस्टबेल और साफ्टवेयर डवलपमेंट कंपनी के इंजीनियर्स ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों के जवानों के साथ पिछले 7 माह में गूगल मैप डाउनलोड कर अपना डिजिटल मैप तैयार किया है।
इसमें कुल 53 थाना इलाकों में पैदल चलकर जीपीएस सिस्टम से हर एक लोंकेशन को अक्षांश और देशांतर पर फिक्स किया गया। इससे अब मौका-ए-वारदात को लेकर अब थाना क्षेत्रों का विवाद नहीं होगा।
इंटरनेट पर क्लिक करते ही कौन सी जगह पुलिस कमिश्नरेट के किस थाना क्षेत्र में है, यह साफ हो जाएगा। इस मैप में जयपुर कमिश्नरेट की 347 किलोमीटर कुल सीमा रेखा और करीब 3000 वर्ग किलोमीटर कुल क्षेत्रफल का आकलन किया है।
मैरिडियन कन्सलटैंट ने डिजिटल मैप पुलिस के लिए फ्री में तैयार किया है। कंपनी प्रतिनिधि मोहित सक्सेना ने बताया कि प्रोजेक्ट को "मैपिंग ऑफ जयपुर कमिश्नरेट ऑन गूगल एंड कैड बाय जीपीएस" नाम दिया गया है। आम आदमी गूगल अर्थ पर इसका उपयोग कर सकेगा।
पुलिसवाले ऑटोकैड साफ्टवेयर पर पासवर्ड सुविधा के साथ इसे अपग्रेड कर सकेंगे। डिजिटल मैप का पुलिस अफसरों के सामने प्रदर्शन हो चुका है। इसे सराहा गया है। जल्द इसे अपलोड कर उपयोग शुरू कर दिया लाएगा।
इसमें कुल 53 थाना इलाकों में पैदल चलकर जीपीएस सिस्टम से हर एक लोंकेशन को अक्षांश और देशांतर पर फिक्स किया गया। इससे अब मौका-ए-वारदात को लेकर अब थाना क्षेत्रों का विवाद नहीं होगा।
इंटरनेट पर क्लिक करते ही कौन सी जगह पुलिस कमिश्नरेट के किस थाना क्षेत्र में है, यह साफ हो जाएगा। इस मैप में जयपुर कमिश्नरेट की 347 किलोमीटर कुल सीमा रेखा और करीब 3000 वर्ग किलोमीटर कुल क्षेत्रफल का आकलन किया है।
मैरिडियन कन्सलटैंट ने डिजिटल मैप पुलिस के लिए फ्री में तैयार किया है। कंपनी प्रतिनिधि मोहित सक्सेना ने बताया कि प्रोजेक्ट को "मैपिंग ऑफ जयपुर कमिश्नरेट ऑन गूगल एंड कैड बाय जीपीएस" नाम दिया गया है। आम आदमी गूगल अर्थ पर इसका उपयोग कर सकेगा।
पुलिसवाले ऑटोकैड साफ्टवेयर पर पासवर्ड सुविधा के साथ इसे अपग्रेड कर सकेंगे। डिजिटल मैप का पुलिस अफसरों के सामने प्रदर्शन हो चुका है। इसे सराहा गया है। जल्द इसे अपलोड कर उपयोग शुरू कर दिया लाएगा।