जयपुर. 61 nकैवेलरी की असाधारण घुडसवार परेड ''कैवलरी माउण्टेड रिव्यू'' की फुल डैªस रिहर्सल का आयोजन रामबाग पोलो ग्राउंड पर आज किया गया। पिंकसिटी पहली बार इस अद्भुत अश्वारोही परेड का गवाह बना। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन 9 मार्च को होगा सांय 4 बजे से 5 बजे होगा। इस रिव्यू परैड का आयोजन पर्यटन विभाग और इण्डियन आर्मी की दक्षिण पश्चिमी कमान द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
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अधिकारियों, सरदारों और औपचारिक पोशाक में रेजिमेंट के 130 घुडसवार अत्यधिक मनमोहक रुप से तैयार घोड़ों पर मुहिम शुरू की तो नजारा अवस्मिरणीय था। सभी दर्शक दम साधे इस मोहक नजारे में खोए हुए थे। परेड में औपचारिक साजसज्जा और धूमधाम, दुनिया की एकमात्र घुड़सवार हार्स कैवलरी रेजिमेंट - 61 कैवलरी को अनुठा बना रही थी। परेड में मानव एवं घोडे का बेहतर तालमेल, इस पशु के अव्यक्त चरित्र - साहस, विनम्रता, धैर्य और समझ के गुणों को प्रकट कर रहा था। एक घुड़सवार के लिए दिन के शुरू से अन्त तक घोड़ा ही सब कुछ होता है। हार्स रेजिमेंट के घुड़सवार के लिए घोडा एक आवश्यक कडी होता है जिससे वह संचालन, घुडसवारी और समारोह आदि अपने सभी कार्यों को अंजाम देता है।
परेड की समरूपता, आदेश का बिना किसी शब्द के साथ बैंड एवं घोड़ों का तालमेल रेजिमेंट के अनुशासन के सर्वोच्च क्रम को दर्शाता है। खुरों के गर्जन, फहराती पताका, घोड़ों की घरघराहट, जंजीरों की प्रतिध्वनि, शानदार तलवारें, घुडसवारों की सीधी कतार एवं शाही रुआब की पौशाके जयपुरवासियों के दिलो दिमाग में हमेशा अंकित रहेगी।
मुख्य पैरेड का आयोजन 09 मार्च को किया जायेगा जिसमें लेफ्टिनेंट जनरल ज्ञान भूषण, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वीएसएम के जीओसी-इन-सी, दक्षिण पश्चिमी कमान के कंमाडेंड ने परेड का निरीक्षण करेंगे।