पणजी। जिसकी पहचान छुपाकर कर भी ट्विटर पर उजागर कर दी गई। जिसका नाम अदालत में सार्वजनिक रूप से लेकर उसके मौलिक अधिकारों की कानून के मंदिर में धज्जियां उड़ा दी गई हो,उस महिला पत्रकार के साथ घिनौनी हरकत करने वाले को बचाने वालों की भी कोई कमी नहीं है। भले ही शनिवार की शाम तेजपाल को अग्रिम जमानत नहीं मिली और उसे गोवा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अब भी कई लोग उसे पाक साफ करार देकर उसकी नापाक हरकत को दरकिनार करने में लगे हैं।
पूर्व मंत्री ने दिया साजिश करार
कुछ खुलेआम उसके समर्थन में उतर आए हैं तो कुछ आज भी पर्दे के पीछे से गुनाहों पर पर्दा डालकर तेजपाल को पाक साफ करार देने पर आमादा हैं। शनिवार को ऐसे लोगों में एक नाम पूर्व विदेश राज्य मंत्री एडवर्ड फलेरियो का भी जुड़ गया। पूर्व मंत्री ने तेजपाल को साजिश का शिकार बताया है और एक बयान जारी कर सारा किया धरा भारतीय जनता पार्टी का बताया है।
ये तीसरे औरत कौन ?
बतौर तहलका संस्थापक और तेजतरार खोजी पत्रकार तरुण तेजपाल को चाहने वाली औरतों और उनके पक्ष में बोलने वाली महिला सहयोगियों की भी कोई कमी नहीं है। सबसे पहली समर्थक जो कहने को अब उससे अलग भी हो गई, वो हैं, शोमा चौधरी। शोमा वही महिला पत्रकार है जिसने कुछ साल पहले तेजपाल के साथ पत्रकारिता में कॅरियर को आगे बढ़ाते हुए आज तहलका की मैनेजिंग एडिटर की कुर्सी तक पहुंच गई। शोमा पर गोवा के होटल में पीडि़ता के साथ यौन दुराचार के मामले को पूरजोर दबाने की कोशिश के आरोप लगे।
दूसरी औरत वह है जिसने तेजपाल की अग्रिम जमानत के लिए दिनरात एक दिए। पहले दिल्ली हाईकोर्ट फिर गोवा सेशंस कोर्ट में जिरह की। नाम है गीता लूथरा। दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत करने वाली लूथरा पिछले दो दिनों से एक ही हसरत पाले थी कि किसी तरह से तेजपाल को अग्रिम जमानत मिल जाए। इसके लिए उसने दो दिनों में करीब 5 घंटे तक कोर्ट में बहस की। ढाई घंटे शुक्रवार और ढाई घंटे शनिवार को तेजपाल को निहायत ही शरीफ और भद्र पुरुष करार देते हुए जमानत याचिका की सुनवाई में बहस की,लेकिन नतीज सिफर। कोर्ट ने उसकी एक न सुनी और अंतत: उसकी याचिका खारिज कर दी
तीसरी औरत वह है जो पर्दे के पीछे से तेजपाल को सर्पोट कर रही है। पर्दे के पीछे यह औरत कौन है ? किसके कहने पर वो ऐसा कर रही है? उसका तेजपाल से क्या संबंध है? तेजपाल को बचाने के लिए इस अज्ञात औरत का अगला हतकंडा क्या होगा ? ऐसे सवाल अभी जवाब तलाश रहे है,लेकिन जल्द ही इस मोहतरमा से भी पर्दा उठ जाएगा। दरअसल, ये वो पत्रकार भी हो सकती है जिसने तेजपाल के साथ लम्बे समय तक तहलका में काम किया है। या वो भी हो सकती है जिसके कथित तौर पर तेजपाल से नाजायज संबंध थे।
पूर्व मंत्री ने दिया साजिश करार
कुछ खुलेआम उसके समर्थन में उतर आए हैं तो कुछ आज भी पर्दे के पीछे से गुनाहों पर पर्दा डालकर तेजपाल को पाक साफ करार देने पर आमादा हैं। शनिवार को ऐसे लोगों में एक नाम पूर्व विदेश राज्य मंत्री एडवर्ड फलेरियो का भी जुड़ गया। पूर्व मंत्री ने तेजपाल को साजिश का शिकार बताया है और एक बयान जारी कर सारा किया धरा भारतीय जनता पार्टी का बताया है।
ये तीसरे औरत कौन ?
बतौर तहलका संस्थापक और तेजतरार खोजी पत्रकार तरुण तेजपाल को चाहने वाली औरतों और उनके पक्ष में बोलने वाली महिला सहयोगियों की भी कोई कमी नहीं है। सबसे पहली समर्थक जो कहने को अब उससे अलग भी हो गई, वो हैं, शोमा चौधरी। शोमा वही महिला पत्रकार है जिसने कुछ साल पहले तेजपाल के साथ पत्रकारिता में कॅरियर को आगे बढ़ाते हुए आज तहलका की मैनेजिंग एडिटर की कुर्सी तक पहुंच गई। शोमा पर गोवा के होटल में पीडि़ता के साथ यौन दुराचार के मामले को पूरजोर दबाने की कोशिश के आरोप लगे।
दूसरी औरत वह है जिसने तेजपाल की अग्रिम जमानत के लिए दिनरात एक दिए। पहले दिल्ली हाईकोर्ट फिर गोवा सेशंस कोर्ट में जिरह की। नाम है गीता लूथरा। दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत करने वाली लूथरा पिछले दो दिनों से एक ही हसरत पाले थी कि किसी तरह से तेजपाल को अग्रिम जमानत मिल जाए। इसके लिए उसने दो दिनों में करीब 5 घंटे तक कोर्ट में बहस की। ढाई घंटे शुक्रवार और ढाई घंटे शनिवार को तेजपाल को निहायत ही शरीफ और भद्र पुरुष करार देते हुए जमानत याचिका की सुनवाई में बहस की,लेकिन नतीज सिफर। कोर्ट ने उसकी एक न सुनी और अंतत: उसकी याचिका खारिज कर दी
तीसरी औरत वह है जो पर्दे के पीछे से तेजपाल को सर्पोट कर रही है। पर्दे के पीछे यह औरत कौन है ? किसके कहने पर वो ऐसा कर रही है? उसका तेजपाल से क्या संबंध है? तेजपाल को बचाने के लिए इस अज्ञात औरत का अगला हतकंडा क्या होगा ? ऐसे सवाल अभी जवाब तलाश रहे है,लेकिन जल्द ही इस मोहतरमा से भी पर्दा उठ जाएगा। दरअसल, ये वो पत्रकार भी हो सकती है जिसने तेजपाल के साथ लम्बे समय तक तहलका में काम किया है। या वो भी हो सकती है जिसके कथित तौर पर तेजपाल से नाजायज संबंध थे।